Corona Infection के प्रसार को रोकने के लिए आगे भी इसी अनुशासन का परिचय दे जिलेवासी

वर्चुअल पत्रकार वार्ता में जानकारी देते कलेक्टर।

पत्रकार वार्ता में कलेक्टर ने पत्रकारों को दी जानकारी
सवाई माधोपुर।
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन के कुशल नेतृत्व में सवाई माधोपुर जिले ने कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के प्रसार को रोकने में काफी हद तक सफलता प्राप्त की है, लेकिन आगामी कुछ दिनों में हमें लगातार सतर्क रहने की जरूरत है। ताकि कोरोना की तीसरी लहर न आ सके। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने शनिवार को वर्चुअल पत्रकार वार्ता में सभी जिले वासियों से अपील की है कि लॉकडाउन (Lockdown) का जिस प्रकार अब तक पालन किया है, आगे भी उसी अनुशासन के साथ पालना करें। इससे हम कोरोना के खिलाफ लडी जा रही जंग को जीत सके।
उन्होंने कहा कि शनिवार को जिले में कोरोना के नए केस मात्र 56 निकले है। इस प्रकार शनिवार को कुल 669 एक्टिव कोरोना पॉजिटिव केस है। जबकि दस दिन पहले जिले में इससे 6 गुना अधिक एक्टिव केस थे। ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन की प्रभावी पालना, शादी विवाह को टालने की अपील का सकारात्मक असर आदि कारणो से अच्छे परिणाम मिले है। आज जिले में कुछ 56 पॉजिटिव केस निकले है जो जांच किए गए 757 सैंपल का 7.45 प्रतिशत है। जबकि दो सप्ताह पहले जिले में चालीस प्रतिशत तक पॉजिटिव केस आ रहे थे। सीएमएअचो डॉ तेजराम मीना ने पत्रकार वार्ता में बताया कि जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की रणनीति के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर जाकर स्क्रीनिंग की गई, खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों को संदिग्ध कोरोना पेशेन्ट मानकर दवा किट दी गई। इसके भी अच्छे परिणाम आए और ग्रामीण क्षेत्रों में मिले पॉजिटिव मरीज को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कर तत्काल उपचार शुरू किया गया। जिससे जिला एवं उप जिला अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम हो गया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कुल 44 कोरोना के मरीज भर्ती है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में 63 तथा उप जिला अस्पताल गंगापुर 36 बेड नए मरीजों के लिए खाली है। यह संख्या उपलब्ध बेडों के लगभग आधी है।

READ MORE: Covid19 से देश के इन राज्यों में हो रहीं सबसे अधिक मौतें, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए ताजा आंकड़ें

अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ सूरज सिंह नेगी ने बताया कि आठ चिकित्सा ओपीडी मोबाइल यूनिट के माध्यम से दूर दराज के क्षेत्रों में जहां चिकित्सा की व्यवस्था नहीं है, ग्रामीणों का प्राथमिक उपचार किया जा रहा है, कोरोना के सैम्पल लेकर तत्काल उपचार की व्यवस्था की जा रही है।
विवाह समारोह स्थगित  की समझाईश के लिए 56 अधिकारी लगाएः पत्रकार वार्ता ने जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि डोर टू डोर स्वास्थ्य सेवाओं के सत्यापन के लिए तथा पीपल पूर्णिमा के मौके पर ऑनलाइन पोर्टल पद दर्ज विवाह कार्यक्रमों को समझाईश कर स्थगित करवाने या अपरिहार्य हो तो अधिकतम 11 लोगों की उपस्थिति में गाइडलाइन की अक्षरशः पालना के साथ विवाह सम्पन्न करवाने तथा मॉनिटरिंग करने के लिए जिले में 56 अधिकारियों को जिला स्तर से नियुक्त किया गया है। जिले में आगामी दिनों में ऑनलाइन पोर्टल पर लगभग 400 विवाह की सूचना मिली है। पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी लगातार आयोजकों से मिलकर समझाईश कर रहे है कि वर्तमान में महामारी का दौर है, शादी एक खुशी का मौका है, कोई मेहमान या परिजन कोरोना संक्रमित हो गया तो ये खुशी का मौका गम में न बदल जाए, इसके लिए विवाह को स्थगित कर दिया जाए।
ग्रामीण क्षेत्र में अधिक संक्रमणः पत्रकार वार्ता में कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में वर्तमान में कोरोना संक्रमण अधिक है। वर्तमान में कुल संक्रमितों का 52.2 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र में है। इसी प्रकार संक्रमितों में से 18 से 44 आयुवर्ग के 64 प्रतिशत है। उन्होंने युवा वर्ग से अपील की है कि घरों से बाहर नहीं निकले, बारी आने पर वैक्सीन लगवाएं। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने पत्रकारों को बताया कि कोरोना के साथ ही ब्लेक फंगस बीमारी में बिना चिकित्सकीय सलाह के दवा लेना घातक है।

READ MORE: Covid19 के भारतीय वेरिएंट वाले पोस्ट हटाएं, सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों को दिया ये आदेश

झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ की गई है कार्रवाईः जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने पत्रकार वार्ता में बताया कि जिले में झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ अभियान चलाकर एकसाथ कार्रवाई की गई है। लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड करने वाले ऐसे झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी दुकाने सी एवं दवाईयां सीज की गई तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। इसी प्रकार कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि सीटी स्केन की निर्धारित से अधिक राशि वसूलने के मामले में कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि आपदा एवं संकट के इस समय में ऐसा करने वालों को बख्शा नहीं जाए।
संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धताः जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन बेड, रेमडेसिविर एवं अन्य संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता है। यहां तक कि सीएचसी एवं पीएचसी स्तर पर भी ऑक्सीलन बेड एवं कंसंट्रेर उपलब्ध है।
बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता रामखिलाडी मीना ने बताया कि जिला कलेक्टर के कुशल नेतृत्व में ताउते चक्रवात के दौरान जिले में बिद्युत व्यवस्था का सुचारू बेकअप रखा गया। जिसके कारण किसी भी मेडिकल संस्थान या पेयजल स्रोत पर पावर कट की स्थिति नहीं आई। इसी प्रकार जलदाय के अधीक्षण अभियंता सीताराम मीना ने बताया कि जिले के सभी पेयजल स्रोतों पर पावर बेकअप रखा गया। बामनवास एवं गंगापुर सिटी में टैंकर से सप्लाई की व्यवस्था की गई। पत्रकार वार्ता में जिला परिषद सीईओ आरएस चौहान, एडीएम गंगापुर नवरतन कोली, सीएमएचओ डॉ तेजराम मीना, पीएमओ डॉ दिनेश गुप्ता, डॉ अंजनी मथुरिया, सीताराम मीना, रामखिलाडी मीना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
वर्चुअल पत्रकार वार्ता में जानकारी देते कलेक्टर।