देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई में दुखद घटना: सिटी सेंटर में आग से जालोर के व्यापारियों की 800 से अधिक दुकानें जलकर हुई राख, करोड़ों का नुकसान

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के नागपाड़ा इलाके में स्थित सिटी सेंटर मॉल में गुरुवार रात लगी भीषण आग से जालोर के व्यापारियों की करीब 800 से ज्यादा दुकानें जलकर राख हाे गई। ये दुकानें मोबाइल एसेसरीज व इलेक्ट्रॉनिक्स की थीं। गुरुवार रात करीब 8 बजे लगी आग ने कुछ ही समय में पूरे मॉर्केट को आग ने घेर लिया एवं सबकुछ जलकर राख हो गया। जानकारी के अनुसार आग करीब 12 घंटे तक लगी रही। जालोर निवासी व्यापारियों के अनुसार पूरे मार्केट में 1200 दुकानें थी, जिसमें 70 से 75 प्रतिशत यानी 800 से ज्यादा दुकानें जालाेर के व्यापारियाें की हैं, जिनकी मोबाइल की दुकानें पूरी तरह से जलकर राख हो गई। ऐसे में यहां के व्यापारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। मॉल में स्थानीय व्यापारी भी थे, लेकिन समय रहते सब बाहर निकल गए, जिसके बाद मॉर्केट में आग फैली एवं रातभर दुकानें जलतीं रही। सबसे पहले भीनमाल के व्यापारी की दुकान में लगी आग: व्यापारियों के अनुसार सबसे पहले सिटी सेंटर में स्थित भीनमाल निवासी मयंक की दुकान में आग लगी। आग लगने के बाद एक बार तो आसपास के व्यापारियों की मदद से काबू कर ली। लेकिन कुछ देर बाद वापस आग लग गई, जिसके बाद दमकल व पुलिस को सूचना दी। दमकल भी मौके पर पहुंची, लेकिन कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया।

देश में मोबाइल का सबसे बड़ा मार्केट, 75% दुकानें जिले के व्यापारियाें की थी

सिटी सेंटर मोबाइल मार्केट देश का सबसे बड़ा मोबाइल मार्केट है। इसमें 70 से 75 प्रतिशत जालोर के व्यापारी हैं। जालोर निवासी व्यापारियों ने बताया कि मार्केट में कुल 1200 के करीब दुकानें हैं, इसमें से 750 से 800 व्यापारी जालोर जिले के निवासी हैं। सबसे अधिक भीनमाल उपखंड क्षेत्र के हैं। इसके साथ सांचौर, रानीवाड़ा, आहोर, जालोर, चितलवाना एवं सायला के व्यापारियों की दुकानें हैं।

पहले दुकान में आग लगी तो जल्द काबू पाया, थोड़ी देर बाद फिर धधकी, 15 मिनट में सब खत्म: व्यापारी

भीनमाल उपखंड क्षेत्र के बोरटा निवासी चेतन राठौड़ सिटी सेंटर में बड़े व्यापारी हैं। उन्होंने बताया कि रात्रि को करीब 8 बजे एक दुकान में आग लगी। जिसके बाद एक बार तो आग को काबू कर लिया। लेकिन कुछ ही समय में आग वापस लग गई। 15 मिनट तक केवल दो दुकानों में आग दिख रही थी, जिसके बाद पूरे मार्केट में धुआं फैल गया। तब तक लोग बाहर आ गए। जालोर उपखंड के नारणावास निवासी अर्जुनसिंह ने बताया कि 3 दुकानें उनकी भी हैं। 2011 के दौरान सहारा मार्केट में आग लगी थी, जिसमें भी यहां के व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ। सीए सत्येन्द्र बिश्नाेई ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व मुंबई के सहारा मार्केट में आगजनी के कारण सैकड़ों मोबाइल व एसेसरीज व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ था, तब वहां से व्यापारी सिटी सेंटर में शिफ्ट हुए। वहां अब इस हादसे में इनकी कमर ही टूट गई हैं लगभग जालोर जिले के 800 व्यापारी इससे प्रभावित हुए हैं।

2011 में सहारा कॉम्पलेक्स में आगजनी के बाद सिटी सेंटर में शिफ्ट हुए थे

जालोर के सैकड़ों व्यापारी लंबे समय से मोबाइल मार्केट में व्यापार करते हैं। मुंबई में पहले इनकी दुकानें सहारा कॉम्पलेक्स में थी। 26 नवंबर 2011 को उस मोबाइल मॉर्केट में आग लग गई और दुकानें जलकर खाक हो गई। इसके बाद व्यापारी सिटी सेंटर में चले गए।

राज्य सरकार महाराष्ट्र सरकार के संपर्क में हैं: सुखराम विश्नोई
मुंबई में मोबाइल फोन व दूसरी इलेक्ट्रॉनिक्स सामग्री के एक बड़े मार्केट सिटी सेंटर माल मुम्बई सेंट्रल में आग लगने की घटना बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मार्केट में राजस्थानी व जालोर जिले के प्रवासी भाइयों के बड़ी तादाद में व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं। आगजनी की इस घटना में व्यापारियों का बड़ा नुकसान हुआ है। महाराष्ट्र सरकार ने तत्परता दिखाते हुए आग पर काबू पाने की कोशिश की। राजस्थान सरकार इस मामले में महाराष्ट्र सरकार के संपर्क में है। हम व्यापारी बंधुओं की हरसंभव मदद का प्रयास कर रहे हैं। बड़े अफसोस कि बात है कि कोरोना महामारी के कारण व्यापार की स्थिति अच्छी नहीं है और ऊपर से यह हादसा घटित हो गया। राजस्थान सरकार पूरी मजबूती से व्यापारियों के साथ खड़ी हैं। – सुखराम विश्नाेई, वन एवं पर्यावरण मंत्री।

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