उघाडमल बालाजी मंदिर: मूर्ति तोडऩे का आरोपी गिरफ्तार

गंगापुरसिटी। कोतवाली थाना पुलिस ने उघाडमल बालाजी मंदिर में प्रतिमा तोडऩे के आरोपी को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी धनराज मीना ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पिपलाई निवासी अशोक सोनी पुत्र गिर्राज को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पिपलाई में दुकान करता है। दुकान से अधिक मुनाफा नहीं होने पर पूर्व में मंदिर में मन्नत मांगने आया था। मनमुताबिक मुनाफा नहीं होने पर आरोपी ने जानबूझ कर चंदी घिसने की सिलबट्टे से शिवजी, पार्वती व चौथ माता की मूर्ति को तोड़ दिया। साथ ही दानपेटी से रुपए व मुकुट एवं छत्र चुराने का प्रयास किया। हालांकि घटना के बाद आरोपी ने गुमराह करने के लिए बहकी-बहकी बाते कर स्वयं को निर्दोष साबित करने का प्रयास किया। गौरतलब है कि आरोपी ने शनिवार को मंदिर में प्रतिमाओं को खंडि़त कर दिया था।

मूर्ति खंडि़त प्रकरण: पूर्व विधायक ने लिया जायजा
उघाडमल बालाजी मंदिर में मूर्ति खंडित किए जाने की घटना को लेकर पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने मंदिर पहुंच कर जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने घटना पर अफसोस जताते हुए दोषी को सजा दिलाने की मांग की। इस सम्बन्ध में उन्होंने उच्चाधिकारियों से वार्ता कर मौके पर मौजूद जांच अधिकारी को दोषी के खिलाफ कार्रवाई को कहा। साथ ही फिर से ऐसी घटनाओं की पुनरावृति रोकने को कहा। इस दौरान मोहर सिंह बालाजी, ओमप्रकाश पटेल आदि मौजूद थे।

मंत्री धारीवाल की टिप्पणी की निंदा
नगर परिषद उप सभापति वीरेन्द्र शर्मा (वीरू पुजारी) ने वरिष्ठ कांगे्रस नेता और राज्य सरकार में स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल द्वारा ब्राह्मण समाज को लेकर की गई टिप्पणी की निंदा की है। उन्होंने बताया कि मंत्री धारीवाल की नकारात्मक टिप्पणी से ब्राह्मण समाज के नागरिकों में नाराजगी है। राजनीतिक रूप से परिपक्व व्यक्ति एवं उच्च संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति के इस प्रकार के बयान गैर जिम्मेदाराना है। सरकार के मंत्री को पूरे प्रदेश की समस्त जनता की मनो भावना को ध्यान में बोलना चाहिए। बुद्धि ईश्वरीय देन है। उन्होंने राज्य सरकार से मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मंत्री से बयान के लिए क्षमा मांगने की मांग की गई है।