जागरूकता और कार्य निरंतरता से संक्रमण फैलाव रोकने में हो रहे हैं हम कामयाब

करौली। कोरोना माहमारी से निपटने में जिला प्रशासन सहित चिकित्सक व नर्सिंगकमियों की अहम भूमिका रही है लेकिन इनके साथ सीएमएचओ कार्यालय के कार्मिक एवं ब्लॉक प्रभारियों योगदान भी काबिले तारीफ रहा है। यह सब को संभव बनाया इन सब से आपसी समन्वय स्थापित कर सीएमएचओ डॉ. दिनेशचंद मीना ने।
कोरोना वायरस ने पैर पसारे तो देखते ही देखते वैश्विक महामारी बन गया, चहुंओर संक्रमण रोकने के हर संभव प्रयास किये गये लेकिन कुछ लोगो की लापरवाही और नासमझी ने मौजूद संसाधनो में इजाफे के लिए मजबूर कर दिया। सभी कठिनाईयों और परेशानियों में धैर्य रख सीएमएचओ डॉ. मीना ने जिला प्रशासन के सहयोग से कोरोना से जंग का बिगुल बजा दिया। जिले में विदेशियों, प्रवासियों, जमातियों सहित संक्रमित स्थानों से लौटने वालों के बावजूद भी जनसमुदाय में इसके संक्रमण कडी को तोड़ दिया। पिछले दो सप्ताह पूर्व होम आईसोलेट व क्वारंटाईन से लौटते लोगों को देख राहत की सांस ली लेकिन अभी खतरा पूर्णत: टला नहीं है। खतरा से बाहर आने के लिए आमजन को लॉकडाउन का पालन करना होगा, सतर्कता और सावधानी बरतनी होगी। घरों से निकलने पर मास्क का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाना होगा। नियमित निश्चित अंतराल में हाथों की सफाई के साथ अपने आंख, नाक, मुंह को छूने से बचना होगा।
इनका योगदान सरायनीय
कोरोना से निपटने में सभी विभागीय कार्मिकों का योगदान रहा है। जिसमें कोरोना नोडल एवं सपोटरा ब्लॉक प्रभारी के रूप में डिप्टी सीएमएचओ (हैल्थ) डॉ. ओपी बैरवा, गुढाचंद्रजी प्रभारी डिप्टी सीएमएचओ, डॉ. सतीशचंद मीना, करौली शहर व ग्रामीण प्रभारी आरसीएचओ डॉ. जयंतीलाल मीना, टोडाभीम प्रभारी डीपीएम आशुतोष पांडेय, हिंडौन शहर व ग्रामीण प्रभारी डीएनओ रूपसिंह धाकड़ नें नियमित मॉनिटरिंग एवं देखरेख में जुटे हुये हैं। रिपोर्टिंग में एसआई मोहम्मद हिसार, एफसीएलओ कपिल बंसल, एडीएनओ डॉ. नवलकिशोर सैनी एवं आईडीएसपी सैल से राजेश जैन देर रातों तक रिपोर्टिंग कर रहे हैं।