गंगापुर सिटी। पूरी दुनिया इस समय भय और आशा के बीच कोरोना से जंग लड़ रही है। भय इस बात का है कि कोरोना से कैसे लडा जाए? और उम्मीद इस बात की है कि आने वाले दिनों में इस महामारी का वेक्सीन मिल जाए। लेकिन तब तक आपको अपने स्तर पर इस महामारी से बचना एवं लडऩा होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना की लड़ाई उन लोगों के लिए आसान होगी, जिनकी इम्युन सिस्टम यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। लेकिन सवाल यह है कि कोरोना महामारी के समय इम्युन सिस्टम कैसे मजबूत बनाया जाए, जिससे कोरोना से बचाव किया जा सके।
यह वायरस बहुत ही सूक्ष्म एवं प्रभावी है, जिसका संक्रमण तेजी से दुनियाभर में फैल रहा है। इस संक्रमण में जुकाम, बुखार से लेकर खांसी व श्वांस लेने जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया।
कोरोना वायरस खांसी व छींक से गिरने वाली बूंदों के जरिए यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए सावधानी बरतने की जरुरत है, ताकि इसे फैलने से रोका जा सके। कोरोना वायरस में पहले बुखार होता है उसके बाद सूखी खांसी होती है, फिर एक सप्ताह बाद श्वांस लेने से परेशानी हो सकती है। इन लक्षणों का हमेशा यह मतलब नहीं है कि आपको कोरोना का संक्रमण है। कोरोना के गंभीर मामलों में निमोनिया, श्वांस लेने में बहुत ज्यादा तकलीफ व किडनी फैल होना जैसी समस्याएं देखी गई हैं। जिन मरीजों में पहले से अस्थमा, मधुमेह व हृदय रोगों की समस्या है उनके लिए खतरा गम्भीर हो सकता है। एक कहावत है कि बचाव, उपचार से बडा होता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायरस से बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिनमें हाथों को साबुन से धोएं, एल्कोहल आधारित हेण्ड सेनेटाइजर का प्रयोग करें, खांसते व छींकते समय मुंह पर कपड़ा रखें, मास्क का नियमित प्रयोग करें। संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें तथा भीड़ मे जाने से बचें।
कोरोना वायरस के उपचार व बचाव में होम्योपैथी दवा बडी कारगर साबित हो रही है। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क होम्योपैथिक दवा का वितरण बचाव हेतु किया जा रहा है। हाल ही में होम्योपैथिक विश्वविद्यालय द्वारा एसएमएस एवं महिला चिकित्सालय जयपुर में 42 कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार सफलतापूर्वक किया गया।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के मुताबिक इस विषम परिस्थिति में ऐसी कई होम्योपैथिक दवाईयां है जो कोरोना से बचाव कर सकती हैं। बैंगलोर, आगरा, जयपुर में कोरोना से बचाव के लिए आर्सनिक एल्ब-30 दवा के इस्तेमाल से अच्छे परिणाम मिले हैं। आयुष मंत्रालय के निर्देशानुसार आर्सनिक एल्ब-30 दवा को कुशल होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श लिया जा सकता है।