
गंगापुर सिटी। नगर परिषद् आंखें मूंदकर सबकुछ देख रही है। लगता है परिषद् के सभापति, अधिकारी व कर्मचारियों को बड़े हादसे का इंतजार है। हम बात कर रहे हैं कचहरी रोड़ पर लगे बड़े जाल की, जो पूरी तरह बदहाल स्थिति में है। इस लोहे के जाल को लगे एक साल भी नहीं हुआ कि इसकी स्थिति बदहाल हो गई। जाल पूरी तरह नाले में धंस गया। इस जाल के ऊपर से निकलने वाले वाहनों के पलटने का डर बना रहता है। समय रहते इस जाल की सुध नहीं ली तो बड़ा हादसा हो सकता है। इस तिराहे पर दिनभर हजारों वाहनों का आवागमन होता है। स्कूली बसों का आवागन होता है, तब ऐसा लगता है कि कहीं बस पलट नहीं जाए। बस पलटने का हमेशा खतरा बना रहता है। इस मार्ग से कोतवाली, हॉस्पिटल, रेलवे स्टेशन, रेस्ट हाउस सहित अनेक कार्यालय के लिए अधिकारी व कर्मचारी गुजरते है, लेकिन किसी को इससे सरोकार नहीं।
आपको बता दें कि इस बडे मेनहॉल पर प्रतिवर्ष हजारों रुपए खर्च कर जाल बदला जाता है लेकिन आज तक इसकी सुध स्थायी रूप से नहीं ली गई। हमेशा ठेकेदार द्वारा जाल बदलकर इतिश्री कर ली जाती है। अब तक लाखों रुपए इस मेन हॉल पर परिषद् द्वारा खर्च किए जा चुके है। हो सकता है खबर के बाद सिर्फ जाल ही बदला जाए, स्थायी रूप से हल नहीं निकाले।
