कीर्तिमानों की नई इबारत लिखती राजस्थान की बेटी प्रियंका मीना

दौसा। दौसा जिला का सुदूरवर्ती गांव कंचनपुरा, नाम राष्ट्रीय स्तर पर शायद ही किसी ने सुना हो। आज इसे एक नई पहचान दिला रही है गांव की बेटी प्रियंका मीना। तीरंदाजी (Archery) प्रतियोगिताओं में कीर्तिमानों की नई इबारत लिखकर राजस्थान की बेटी प्रियंका मीना गांव ही नहीं बल्कि संपूर्ण प्रदेश का देश में नाम रोशन कर गर्व का अहसास करा रही है।

एक साधारण किसान परिवार में जन्मी प्रियंका ने हाल ही में 30 जनवरी से 04 फरवरी तक कर्नाटक के बंगलुरू में आयोजित हुई 12वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता में कम्पाउंड धनुष में 50 मीटर की दूरी की व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक प्राप्त किया| उल्लेखनीय है कि प्रियंका ने इससे पहले भी 2021, 22 एवं 23 में भी लगातार राजस्थान को स्वर्ण पदक दिलाये हैं।

उन्होंने भारत के सबसे बड़े खेल आयोजन राष्ट्रीय खेलों में भी लगातार हर वर्ष स्वर्ण पदक राजस्थान को दिलाए हैं। प्रियंका ने दो स्वर्ण पदक खेलो इंडिया व दो स्वर्ण पदक पुलिस नेशनल गेम में व एक स्वर्ण पदक राष्ट्रीय खेलों में एक सिल्वर पुलिस नेशनल व एक स्वर्ण व एक रजत सीनियर ओपन स्टेट चैंपियंन शिप में, कुल मिलाकर 06 मेडल राष्ट्रीय स्तर पर व 02 मेड़ल राज्य स्तर पर जीत चुकी है।

राजस्थान पुलिस में सेंवा देते हुये तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उम्दा प्रदर्शन कर प्रियंका ने अब अंतरराष्ट्रीय अपनी जगह बनाने की ओर रुख किया है। प्रियंका की माता मन्नो देवी एक साधारण ग्रामीण परिवेश में ग्रहणी हैं ने बताया कि प्रियंका खेल के जरिए शुरू से ही अपने माता-पिता व अपने गांव का पूरे देश में नाम रोशन करना चाहती थी, ताकि उसे देखकर और बच्चे भी आगे आएं और अपनी प्रतिभा को दिखायें।

प्रियंका के संघर्ष को बयान करते हुए उन्होंने बताया कि प्रियका ने 03 अंतराष्ट्रीय सलेक्शन ट्रायलो में भी भाग लिया लेकिन सलेक्शन नही हुआ, फिर भी लगातार प्रयास जारी है उनका सपना अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश को पदक दिलाने का है।

प्रियंका के इस संघर्ष में उनके माता-पिता परिवार व पुलिस विभाग व सारे शुभचिंतक का बहुत सहयोग रहा है, उन्होने 08 मार्च को महिला दिवस से पूर्व मेडल जीतकर यह संदेश दिया है कि महिलाएं वो भी ग्रामीण परिवेश की किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर अपने परिवार व अपने देश का सर ऊँचा कर रहीं है।

भामाशाह केदार प्रसाद मीना व सरपंच श्रीमती बीना देवी ने प्रियंका के पदक जीतने पर अपनी खुशी जाहिर की व उन्होंने बताया की पूरा गाँव बहुत खुश है और इस अवसर पर प्रियंका को ग्रामवासियों ने भरपूर शुभकामनाएं दी।