अनमोल जिंदगी है इसे बचा के रखना…

कोरोना जो बीमारी,
ये है वैश्विक महामारी।
ना एक देश पर भारी,
संसार में महामारी।
पहले तो लक्षण मिलते थे,
जिससे चिह्नित कर लेत थे,
अब बिन लक्षण कोरोना है,
बस इसी बात का रोना है।

डॉक्टर्स-नर्स मिलकर,
कोरोना को हराएंगे।
सब सफाईकर्मी भी दिल से,
अपना फर्ज निभाएंगे।
सब जगह सुरक्षाकर्मी भी,
दिनरात सुरक्षा करते हैं,
फिर भी मनचले जो शैतानी,
वो पत्थरबाजी करते हैं।
पत्थरबाजी करने वालों,
अब के बच नहीं पाओगे,
जुर्माने के साथ-साथ,
जेलों की हवा भी खाओगे।

जो प्रशासन कहता है हमको पालन करना है
अनमोल जिन्दगी है इसको बचा के रखना
चाहे हो कितना प्यारा, दूरी बना के रखना
जब तक ना हो जरुरी, घर से बाहर ना जाना
मिल जाए कोई अपना, उससे नमस्ते करना
पर हाथ ना मिलाना…
अनमोल जिन्दगी है इसको बचा के रखना।
जाना हो कितनी दूरी, पर मास्क हो जरुरी,
जहाँ हाथ तुम लगाओ, पहले सेनेटाइज कराओ
जब लौट घर में आना, साबुन से हाथ धोना
इसको भूल ना जाना…
अनमोल जिन्दगी है इसको बचा के रखना।

  • -चोखे लाल वर्मा (कवि),
    गंगापुर सिटी