Farmers Protest: दिल्ली हिंसा में गिरफ्तार लोगों को अभी तक राहत नहीं, टिकैत के बयान से हलचल

नए कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 2 महीने से किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन को 69 दिन बीत चुके हैं। गणतंत्र दिवस को ट्रैक्टर रैली हिंसा के बाद धीमे पड़े आंदोलन को फिर से नई दिशा मिली है। किसान नेता राकेश टिकैत के आंसुओं ने किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर एकत्रित होने पर मजबूर कर दिया। हालांकि, दिल्ली हिंसा में गिरफ्तार हुए लोगों को अभी तक कोई राहत नहीं नहीं मिल सकी है।
हाल में पीएम मोदी ने कहा कि बातचीत के लिए किसानें से एक फोन कॉल की दूरी है। इस पर राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार वो नंबर बताएं। राकेश टिकेत ने सरकार से जेल में बंद किसान नेताओं को छोड़ने के बाद ही सरकार से बात करने की शर्त रखी है। 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली हिंसा के बाद से दिल्ली पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ एक्शन लिया है। अब इनको सलाखों से बाहर निकालने पर किसान नेता अड़े हुए हैं।

आंदोलनकारी किसान संगठनों ने 6 फरवरी को देशभर में चक्काजाम का ऐलान किया है। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है। प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस ने कड़े इंतजाम किए हैं। दिल्ली के सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस लगातार सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाती जा रही है। सिंघु के बाद अब टीकरी पर कंटीले तारों से कई लेयर में बैरिकेडिंग की गई है। कंक्रीट से दीवार खड़ी की गई है।