गहलोत के ओएसडी लोकेश का दावा : सचिन पायलट का होता था फोन टेप

भाजपा 9 को करेगी सीएम की घोषणा!

राजस्थान में भाजपा बहुमत में आने के बाद अब मंथन मुख्यमंत्री पद के दावेदारों पर है। वसुंधरा राजे, गजेंद्र सिंह शेखावत और बाबा बालकनाथ समेत कई चेहरों पर अटकलें चल रही हैं। वसुंधरा राजे लगातार अपने समर्थक विधायकों से मुलाकात कर रही हैं। पार्टी के कुछ नेताओं ने दिल्ली में डारा डाल दिया है। इस बीच निवर्तमान सीएम अशोक गहलोत के ओसएडी लोकेश शर्मा ने एक और सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा कि है कि सचिन पायलट का पीछा किया जाता था। वह कहां जाते हैं, किससे मिलते हैं, इस पर नजर रखी जाती थी। सचिन पायलट का फोन भी टेप किया जाता था।

भाजपा में जहां मुख्यमंत्री चेहरे के चुनाव और सरकार गठन को लेकर हलचल तेज है तो कांग्रेस में हार पर घमासान मचा हुआ है। इस बीच कांग्रेस में विधायक दल का नेता चुने जाने की कवायद भी चल रही है। आने वाले समय में अशोक गहलोत और सचिन पायलट की कांग्रेस में क्या भूमिका होगी, यह भी जल्द साफ हो सकता है। इस बीच कांग्रेस नए पर्यवेक्षकों ने वन-टू-वन विधायकों से फीड बैक लेना शुरू कर दिया है। पर्यवेक्षक भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मुकुल वासनिक, मधुसूदन मिस्त्री की विधायकों से वन-टू-वन पीसीसी चीफ डोटासरा के कक्ष में बात हो रही है। बकौल निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठक अच्छे माहौल में हुई। बैठक में प्रस्ताव पास हुआ है कि हाई कमान जिसको भी विधायक दल का नेता बनाएगा सभी उस फैसले को मानेंगे।

सूत्रों के अनुसार 9 दिसंबर शनिवार को भाजपा विधायक दल की संभावित बैठक में राजस्थान सीएम पर अंतिम मुहर लग सकती है। कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक भूपेंद्र सिंह हूडा, मुकुल वासनिक और मधूसूदन मिस्त्री भी मौजूद रहें। अशोक गहलोत, सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में जीते हुए विधायकों से भी राय ली जा रही है। गहलोत के ओएसडी का सनसनीखेज दावा राजस्थान में मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इस सवाल के बाद सबसे ज्यादा यह प्रश्न पूछा जा रहा है कि कांग्रेस में विधायक दल का नेता किसे चुना जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों की नजर इस बात पर टिकी है कि कांग्रेस पार्टी नए नेतृत्व के रूप में सचिन पायलट को आगे करेगी या गहलोत को ही मौका दिया जाएगा।