एनसीपीसीआर सदस्य सचिव ने सुनी बच्चों की परिवेदनाएं

-अधिकारियों को दिए निस्तारण के निर्देश

-दिव्यांगजनों को प्रदान किए सहायक उपकरण

गंगापुर सिटी। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग(एनसीपीसीआर) नई दिल्ली के निर्देशानुसार आयोग की सदस्य सचिव रूपाली बनर्जी सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को पंचायत समिति सभागार में शिकायत निवारण शिविर शनिवार को आयोजित किया गया। इस दौरान सचिव रूपाली बनर्जी सिंह ने संवदेनशीलता के साथ 18 वर्ष तक के बच्चों से संबंधित शिकायतों एवं परिवेदनाओं को सुना और उनके शीघ्र निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। साथ ही 250 प्रकरणों में त्वरित कार्यवाही करते हुए परिवादियों को राहत भी दिलाई। इस दौरान उन्होंने पंचायत समिति परिसर में पौधारोपण भी किया।

साथ ही बाल अधिकारों के संरक्षण से सम्बन्धित विभिन्न विभागों की स्टॉल्स का अवलोकन किया। उन्होंने दिव्यांगजनों को 3 व्हील चेयर, 7 ट्राइसाइकिल एवं 2 श्रवण यंत्र प्रदान किए। एडीएम हरिराम मीना ने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग भारत सरकार द्वारा सीपीसीआर अधिकार अधिनियम, 2007 के अन्तर्गत गठित एक संवैधानिक निकाय है। आयोग का मुख्य उद्देश्य सभी बच्चों को सविंधान के विभिन्न अधिनियमों एवं कानूनों के प्रावधानों के अन्तर्गत निहित अधिकारों का लाभ लेने के लिए सक्षम बनाना है।

एसीईओ शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पीठ के समक्ष कुल 330 प्रकरण प्राप्त हुए। इनमें बाल अधिकारों के हनन, दिव्यांगता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड बनवाने, दिव्यांगजन शिक्षा, इलाज, बच्चों के अधिकार, विशेष योग्यजन पेंशन, पालनहार आदि से सम्बन्धित प्रकरण शामिल थे। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद, नादौती उपखंड अधिकारी शिवराज मीना, पुलिस उपाधीक्षक बाबूलाल बिश्नोई, आयोग के प्रतिनिधिगण,जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, चैतन्य सेवा सदन की संचालिका प्रेमलता शर्मा, नेहरू युवा केंद्र एवं चैतन्य सेवा सदन के स्वयंसेवक एवं बड़ी संख्या में परिवादी उपस्थित रहे।