Puducherry में भी पहुंचा Operation Lotus, कांग्रेस सरकार पर गहराए संकट के बादल

पुडुचेरी में कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री वी नारायणसामी (Chief Minister V Narayanasamy) इस बात से इंकार कर रहे हैं और कह रहे हैं कि हमारी सरकार अल्पमत में नहीं है। ए. नमासिव्यम और ई. थीपप्पंजन ने 25 जनवरी को इस्तीफा दिया था।
वहां की कांग्रेस सरकार अल्पमत में पहुंच गई। सोमवार को मल्लादि कृष्ण राव ने और अगले ही दिन जॉन कुमार अपने पद से इस्तीफा दिया है। यह सब कुछ घटनाक्रम विधानसभा चुनाव से पहले हो रहा है। हालांकि स्पीकर ने इन इस्तीफों को स्वीकार नहीं किया है।
मुख्यमंत्री वी नारायणसामी (Chief Minister V Narayanasamy) ने भाजपा पर हमला बोलते हुए पुडुचेरी में एक और ऑपरेशन कमल (Operation Lotus) की तैयारी करने का आरोप लगाया है।
30 निर्वाचित सदस्यों में से कांग्रेस के 15 विधायक थे। डीएमके के दो और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन के साथ कांग्रेस पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा पार किया था।
विधायकों के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री वी नारायणसामी (Chief Minister V Narayanasamy) की सरकार अल्पमत में पहुंच गई।् कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार के 14 और विपक्ष के भी 14 विधायक रह गए हैं। कांग्रेस के पास अब 10 विधायक हैं।
ठीक चार दिन पहले, मल्लादि कृष्ण राव ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिलने के लिए मुख्यमंत्री वी नारायणसामी (Chief Minister V Narayanasamy) के साथ दिल्ली की यात्रा की थी और अनुरोध किया था कि किरण बेदी को पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में प्रतिस्थापित किया जाए।

Operation Lotus

पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी (Chief Minister V Narayanasamy) ने कहा, हम राष्ट्रपति से मिले क्योंकि किरण बेदी द्वारा मल्लादि कृष्ण राव को कई बार परेशान किया गया था और कई बार उन्हें निशाना बनाया है। उन्होंने (किरण बेदी) अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित जो भी प्रस्ताव पेश किया, उसे खारिज कर दिया गया। मैं उनके लिए कम से कम चार साल से लड़ रहा हूं। किरण बेदी हमारी सरकार के दिन-प्रतिदिन के प्रशासन में दखल देने के साथ-साथ समस्याएं पैदा करने की कोशिश करती रही हैं। पुडुचेरी के लोग यह जानते हैं। विपक्षी दल भी हमें निशाना बना रहे थे। मेरे लिए इस सरकार को चार साल और नौ महीने चलाना बेहद मुश्किल काम था, लेकिन इसके बावजूद हमारी सरकार ने लोगों को सेवाएं दीं। वी नारायणसामी ( V Narayanasamy) का दावा है कि मल्लादि कृष्ण राव ने परेशान होकर इस्तीफा दिया क्योंकि किरण बेदी उनके सभी प्रोजेक्ट में बाधा डाल रही थीं। वह अब भी मेरे साथ हैं, मुझे भरोसा है कि मैं उन्हें मना सकता हूं।
लेकिन माना जा रहा है कि बाकियों की तरह वो भी कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी के साथ जाने को सोच रहे हैं और यह भी माना जा रहा है कि और भी नेता इसी कतार में हैं।

Puducherry Assembly Election

मुख्यमंत्री वी नारायणसामी (Chief Minister V Narayanasamy) ने कहा, भाजपा का काम करने का तरीका ही ये है कि विधायकों को पैसा देकर अपने साथ शामिल करना। इसी तरीके से भाजपा ने मणिपुर, अरुणाचल, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में भी किया। वे सिर्फ विधायकों को खरीद रहे हैं। निर्वाचित कांग्रेस सरकारों को निशाना बनाने के लिए भाजपा को शर्म आनी चाहिए।
साल 2016 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी कुल 30 सीटों में 18 सीट के लिए खड़ी हुई, और वह सभी सीट गंवा बैठी।

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इस बार, पार्टी ने पुदुचेरी चुनाव के प्रबंधन के लिए दो वरिष्ठ नेता अर्जुन मेघवाल और राजीव चंद्रशेखर को कार्य सौंपा है। भाजपा का मानना है कि इस बार राज्य में अच्छा परिणाम आ सकता है।
वी नारायणसामी (V Narayanasamy) ने भाजपा के किसी भी खतरे को खारिज करते हुए कहा है कि पहले पुडुुचेरी के मतदाता अलग तरह के थे। उन्होंने कहा, पुडुचेरी के लोग सेकुलर पार्टी के साथ जाना चाहते हैं। वे किसी भी तरीके के सांप्रदायिक तत्व का समर्थन नहीं करेंगे। जिन लोगों ने पुडुचेरी में भाजपा ज्वाइन किया, उनका पॉलिटिकल कैरियर बर्बाद हो जाएगा।

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