संसद की सुरक्षा में सेंध मामला: संसद के दोनों सदनों में हुआ हंगामा, राज्यसभा कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित

संसद की सुरक्षा में सेंध मामला: स्पीकर ने कहा-घटना पर राजनीति होना दुर्भाग्यपूर्ण, सदन में तख्तियां लाना-नारेबाजी सही नही

संसद की सुरक्षा में सेंध मामला: संसद की सुरक्षा में 13 दिसंबर को सेंध मामले पर संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को लगातार पांचवें दिन भी लोकसभा में हंगामा हुआ। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कार्यवाही शुरू होते ही कहा कि घटना पर राजनीति होना दुर्भाग्यपूर्ण है। हंगामा बढ़ने पर सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित हो गई।

संसद की सुरक्षा में सेंध मामला:
इसी प्रकार राज्यसभा में भी लोकसभा में सेंध मुद्दे पर हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही11.30 बजे तक स्थगित की, जब शुरू हुई तो विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की और गृह मंत्री अमित शाह से बयान देने की मांग की। इसके बाद कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित हो गई।

संसद की सुरक्षा में सेंध मामला:
स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि संसद की सुरक्षा चूक मामले में उच्च स्तरीय जांच जारी है। मामले में जांच कमेटी गठित की गई है। पहले भी जब इस तरह की घटनाएं हुईं तो पूर्व स्पीकरों के जरिए ही जांच प्रक्रिया आगे बढ़ी। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना को लेकर राजनीति हो रही है। सदन में लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत ही चर्चा होनी चाहिए।
सदन में नारेबाजी करना, तख्तियां लाना, विरोध करते हुए वेल में आना, आसंदी के पास आना ठीक नहीं है। देश के लोग भी इस आचरण को पसंद नहीं करते। लोकसभा से जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उसका सुरक्षा में चूक मामले से संबंध नहीं है।

भाजपा नेता सहित कई लोगों को बनाया निशाना, 87 फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र सहित कई दस्तावेज बरामद

उत्तरप्रदेश। गोरखपुर में संस्था के नाम पर खुद का सरनेम रखने की जालसाजी कर भाजपा नेता सहित कई लोगों से लाखों रुपए की ठगी का अनोखा मामला सामने आया है। दो युवकों ने पहले तो फर्जी संस्था बनाई और फिर इसी संस्था के नाम पर स्वयं का सरनेम लगा लिया। इसके बाद इसी सरनेम का फायदा उठाते हुए आरोपियों ने भाजपा नेता सहित कई लोगों से लाखों रुपए की ठगी की।
जालसाजों ने गोरखनाथ के पते पर योगी कार्पोरेशन नाम से संस्था का रजिस्ट्रेशन कराया। फिर अपना नाम बदलकर उसके आगे योगी जोड़ लिया। इसके बाद भाजपा और योगी समर्थकों को मैसेज भेजकर, किसी बहाने रुपए मांगते और बाद में फर्जी पहचान पत्र बनाकर भेजते थे।

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ठगी का शिकार कानपुर के सचंडी के गढ़ी भीमसेन की रहने वाली भाजपा मंडल मंत्री रंजना सिंह भी हुई। उन्होंने कैंट थाने में जालसाजी का केस दर्ज कराया। पुलिस जांच में मामले का भंडाफोड़ हुआ। गोरखनाथ पुलिस ने इस मामले में जालसाज हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्षनाथ को गिरफ्तार कर लिया है।
पहले आरोपी की पहचान महराजगंज के थाना पनियारा के केदारनाथ अग्रहरी उर्फ योगी केदारनाथ तथा दूसरे की पहचान गाजियाबाद के हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्षनाथ के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 87 फर्जी परिचय पत्र, 87 फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र, 83 फर्जी लेटर पैड, 8 विभिन्न व्यक्तियों के प्रार्थना पत्र, दो मोबाइल फोन, 8 विभिन्न व्यक्तियों के नाम से जारी फर्जी आईडी कार्ड और भाजपा का एक फर्जी परिचय पत्र भी बरामद किया है। इसमें आरोपी केदारनाथ ने खुद को प्रदेश महामंत्री लिखवाया है।