मध्यप्रदेश के नए सीएम डॉ. मोहन यादव के अनसुने किस्से

पिता बोले- पैसे नहीं थे तो टीचर ने फ्री पढ़ाया

मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (DR. MOHAN YADAV) बनाए गए हैं। कई लोगों को नए सीएम की जीवनी के बारे में जानने की उत्सुकता है। आइए जानते हैं…

मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (DR. MOHAN YADAV) का जीवन संघर्ष में बीता। तंगहाली के चलते बचपन में एक टीचर ने उन्हें अपने साथ रखकर पढ़ाया और खर्च भी उठाया। यादव ने एबीवीपी से राजनीति की शुरुआत की। उज्जैन की गीता कॉलोनी में मोहन यादव का करीब 12 सौ वर्गफीट का मकान है। मां का निधन हो चुका है।

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मोहन यादव (DR. MOHAN YADAV) के पिता पूनम चंद यादव और बड़ी बहन ग्यारसी यादव के अनुसार मोहन यादव शुरू से ही कर्मठ रहा। वह खेती के साथ पढ़ाई भी करता था। पढ़ाई में अच्छा होने के कारण वहां सालिगराम नाम के टीचर ने उन्हें अपने साथ रख लिया। उसे पढ़ाया-लिखाया। पूरा खर्च भी उठाया। सालिगराम का निधन हो चुका है। परिजनों ने बताया कि मोहन यादव को सीएम बनाने की सूचना के दौरान उनकी चिकित्सक बेटी आकांक्षा निजी अस्पताल में थी।

मोहन यादव (DR. MOHAN YADAV) तीन भाई और दो बहन हैं। सबसे बड़ी बहन ग्यारसी बाई और कलावती हैं। कलावती बाई उज्जैन नगर निगम अध्यक्ष भी हैं। सबसे छोटे मोहन यादव हैं। मूल काम खेती बाड़ी और प्रॉपर्टी का है। मोहन यादव (DR. MOHAN YADAV) के दो बेटे और एक बेटी है। बेटा अभिमन्यु भोपाल में पढ़ाई कर रहा है। वहीं, दूसरा बेटे वैभव ने एलएलएम किया है।