12 प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी हो रहे फ्री ऑपरेशन, महात्मा गांधी आयुष्मान भारत बीमा योजना ने सुनीता को दी नई जिदंगी
bikaner जिले की नोखा तहसील के मुकाम गांव में रहने वाली 23 साल की सुनीता को तेज सरदर्द की शिकायत पिछले दो महीने से हो रही थी। सुनीता के परिजन उसे पीबीएम अस्पताल में दिखाने लेकर आये। जब सुनीता के ब्रेन टयूमर होने का पता चला तो घरवालाें के पैरों तले जमीन खिसक गई। बीमारी का कष्ट तो था ही, साथ में इलाज में खर्च होने वाले पैसाें की व्यवस्था की भी चिंता हो रही थी। कष्ट और पीड़ा के इस समय में अस्पताल के स्वास्थ्य मार्गदर्शक कुलदीप सिंघल ने परिजनों को बताया कि सुनीता आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना की लाभार्थी है तो उसका इलाज योजना के अंतर्गत कैशलेस होगा और उसके इलाज पर एक पैसा भी परिवार से नहीं लिया जायेगा। ये सुनने के बाद घरवालो का थोड़ा आराम आया। सुनीता के भाई दिलीप विश्नोई के अनुसार योजना के कारण उसकी बहन का सारा का सारा इलाज निशुल्क हो गया। खेती बाड़ी पर निर्भर हमारा परिवार इलाज पर लगने वाले तीन-चार लाख रूपयाें की व्यवस्था नहीं कर पाता या फिर उन्हें किसी से कर्जा लेना पड़ता। केन्द्र और राज्य सरकार का धन्यवाद देते हुए दिलीप बताता है कि योजना उसकी बहन सुनीता के लिये नया जीवन लेकर आई है।
आम आदमी को चिकित्सा पर लगने वाले महंगे खचोर्ं से मुक्त कर सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में निशुल्क इण्डोर इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संचालित आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना बड़े कमाल के परिणाम दे रही है। हारी-बीमारी में आमजन के लिए राहत का सबब बनकर आई योजना में 1 हजार 401 बीमारियों के पैकेज उपलब्ध कराकर योजना के लाभार्थियों को सामान्य तथा गंभीर बीमारीयों जैसे हृदय रोग से ग्रसित मरीजों को बायपास सर्जरी, हार्ट वाल्व रिपेयर, एंजियोप्लास्टी, जन्मजात हदय विकार, कैंसर, ब्रेन सर्जरी, स्पाइनल सर्जरी, डायलिसिस, किडनी एवं ब्लैंडर संबंधी रोगों जैसी गंभीर मामलों में कैशलैस इंडोर उपचार का लाभ मिल रहा है।
बीकानेर जिले में सितम्बर 2019 से अब तक कुल 18 करोड़ 59 लाख रूपये की राशि से 28 हजार 656 मरीजों का निशुल्क उपचार किया जा चुका है। ये राशि उन गरीब, अभावग्रस्त और वंचित व्यक्तियाें के ऊपर खर्च हुई है, जिसे इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को जिले की 20 सरकारी और 12 प्राइवेट अस्पतालों में सामान्य बीमारी में तीस हजार और गंभीर बीमारी में तीन लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जा रहा है।
जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बताया कि योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम और सामाजिक आर्थिक जातिगत जनगणना 2011 के अंतर्गत चयनित 1 करोड 10 लाख परिवारों के सदस्यों को योजना का लाभ मिल रहा है। लाभ लेने के लिए मरीज की आईडी के साथ आयुष्मान भारत कार्ड अथवा राशन कार्ड से जुड़ा जन आधार कार्ड या भामाशाह कार्ड होना आवश्यक है। बीकानेर के अस्पतालों में जिस वार्ड में जाओ योजना के लाभार्थी मिल ही जाते हैं।