Farmers Protest: राकेश टिकैत के आंसुओं ने पलटा नजारा, गाजीपुर बॉर्डर से हटना पड़ा पुलिस को

गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली में हिंसा भड़काने के आरोपों पर पुलिस कार्रवाई की तैयारी में है। किसान नेताओं पर भी दिल्ली पुलिस कई धाराओं में मुकदमे दर्ज कर चुकी है। गुरुवार को दिनभर वेस्ट यूपी के थाने छावनी बने रहे। देर रात गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत जब मीडिया के सामने रोने लगे तो पूरा माहौल बदल गया है।
गुरुवार शाम से गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने का माहौल बना रहा। लेकिन देर रात तक चले हाई वोल्टेज ड्रामे का वैसा अंत नहीं हो पाया जिसकी तस्वीर देखी गई थी। नरेश टिकैत ने पंचायत कर आसपास के किसानों से गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने का आह्वान किया है। किसानों की शुक्रवाह 11 बजे मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज में पंचायत बुलाई। इसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।
दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर योगेंद्र यादव और राकेश टिकैत सहित 20 किसान नेताओं के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को आरोप लगाया था कि 26 जनवरी की हिंसा में किसान नेता शामिल थे। उन्होंने चेतावनी दी थी कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर परेड को लेकर हुई शर्तों का उल्लंघन करने के लिए किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के केंप पर नोटिस चस्पा किया गया। दिल्ली् पुलिस ने किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को तीन दिन में जवाब देने को कहा है। पुलिस ने पूछा है कि आखिर ट्रैक्टर परेड को लकेर दिल्ली पुलिस के साथ हुए समझौते को क्यों तोड़ा गया।

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